Saturday 13 December 2014

Kishan Sarvpriya: तेरे लिए

Kishan Sarvpriya: तेरे लिए: खत लिखते लिखते, लिखना सीख गया मैं । तेरा नाम तो याद रहा, अपना भूल गया मैं  ।। तेरी बातों पे हँसते हँसते, हँसना सीख गया मैं । ...

Sunday 24 August 2014

Kishan Sarvpriya: अब, फिर कब

Kishan Sarvpriya: अब, फिर कब: पिछली बार  'कांग्रेस' का भ्रस्टाचार, अबकी बार  'मोदी' की सरकार, देखा बार-बार  'आप' का अहंकार, हर बार ...